बोर्ड परीक्षा में बड़े बदलाव आ गया सही समय
बोर्ड परीक्षाएंभारतीय शिक्षा की प्रमुख समस्याओं में एक हैस्कूल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा यानी एन सी एफ -एसइ -2023 मैं इस पर पर्याप्त ध्यान दिया गया हैऔर तात्कालिक मुद्दों से बचने के बजाय उनका डटकर स्वीकार किया गया हैइनमें सबसे बड़ा मुद्दा हैबोर्ड परीक्षाओं के कारणप रीक्षार्थियोंऔर उनके परिवारों में होने वाला तनाव इसकी कई वजह है जैसे परीक्षा के अंकों को सामाजिक रूप से मूल्यवान समझा जाता हैऔर यह माना जाता है कि जीवन मेंयह बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं बोर्ड परीक्षा के नतीजे का उपयोग कॉलेज में दाखिला लेने याकभी-कभी नौकरियों के लिए भी किया जाता हैपरीक्षा में एक दिन का खराब प्रदर्शन गंभीर रूप से नकारात्मक प्रभाव डाल सकता हैइन अंको से कोचिंग संचालक व्यावसायिक हित साधते हैं और पैसे कमाने के लिए फर्जी प्रतिस्पर्दी दबाव बनाते हैं |

दूसरा मुद्दा अधिकांश बोर्डप रीक्षाएंअपने प्रारंभिक उद्देश्य पूरा नहीं कर पाती हैंऔर इससे भी बुरी बात यह है कि यह स्कूलों में शैक्षणिक प्रयासों की दिशा बदल देती हैंदर्शन इन परीक्षाओं का मकसद दसवीं और बारहवीं कक्षा के अंत में बच्चों की क्षमताओं का आकलन करना है इसके बजाय कई स्कूल तमाम तरह के तथ्यों को याद करना बेहतर समझते हैं यह तरीका छात्रों की सीखने की समझ प्रभावित करता है तीसरा मुद्दा है ज्यादातर परीक्षाओं का आदर्श चरित्रना होना जिनमे मूल्यांकनकर्ताओं में कई विभिन्नताएं होती हैं इससे स्वाभाविक तौर पर हमारी कई बोर्ड परीक्षाओं की विश्व नेता कटघरे में आ जाती हैं एनसीएफ -एस इन तमाम मुद्दों के समाधान के लिएबोर्ड परीक्षाओं में महत्वपूर्ण बदलाव करते हैं यह परिवर्तन एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और सीखने के मानकों सामग्री पाठक पुस्तकों शैक्षणिक त्रिकोण जैसे पाठ्यक्रम के समग्र दृष्टिकोण को महत्वदेते हैं इसके तहत परीक्षाओं यानी परीक्षार्थियों पर बोर्ड परीक्षा का बोझ कई रूपों में काम किया जाएगा मसलन परीक्षाओं को आसान और हल्का बनाया जाएगा यह मत समझिए की परीक्षा की कठोरता कम की जाएगी बल्कि उसमें तथ्यों पर जोर देने की बजाय योग्यता को जांचा जाएगा इससे विषय सामग्री का भार हल्का होगा इसी तरह सभी बोर्ड परीक्षाएं साल में काम से कम दो बार आयोजित किए जाएंगे जिम छात्रों को दूसरी बार परीक्षा देने और सुधार करने का विकल्प मिलेगाइसमें केवल सर्वोत्तम अंक ही मार्कशीट में लिखे जाएंगे इसके बाद हम ऑन डिमांड परीक्षाओं की ओर भी बढ़ेंगे यानी परीक्षार्थी जब भी तैयार हो जाए तब परीक्षा होगी यह कदमउनमें तनाव कम करने में मददगार साबित होगा |
यूपी बोर्ड परीक्षा और इंटरमीडिएट परीक्षा दोनों में कुछ इस प्रकार से नियम और शर्तें लागू किए जाएंगे
परीक्षार्थियों पर बोर्ड परीक्षा का बोझ कई
रूपों में कम किया जा रहा है अब परीक्षाओं
को कहीं अधिक आसान बनाया जाएगा
जैसा कि इस रूपरेखा में कहा गया हैबोर्ड परीक्षाएं माध्यमिक चरण के लिए योग्यताओं का आकलन करेगी इसे सुनिश्चित करने के लिए परीक्षाओं के तमाम पहलुओं पर काम किया जाएगा जिनमें प्रश्न पत्र तैयार करने और काफी जचने वाले शक्ति से चयन और उनका उचित प्रशिक्षण की शामिल है बेशक उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिएइस रूपरेखा के दायरे में नहीं है लेकिनयह इस मसले को भी सामने लाता है सच यही है कि भारत में उच्च गुणवत्ता वाले उच्च शिक्षण संस्थानों पर प्रवेश की प्रक्रिया में सबसे उपयुक्तके चयन के लिए अनगिनत दावेदारों की दावेदारी खारिज कर दी जाती हैक्योंकि बोर्ड परीक्षाओं में सीखने की क्षमता का आकलन किए जाने के कारण सभी छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं ऐसे में बेहतर प्रदर्शनउच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले के क्रम में भूतों को निराश होना पड़ सकता है इस संगठन यानी इस संकट का सामना या समाधान निसंदेह स्कूली शिक्षा में नहीं है मगर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इन चुनौतियों के पार पाने की क्षमता हैउसके कुछ प्रावधान तो लागू भी कर दिए गए हैं जैसे-कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस की शुरुआत |

हालांकि यह मैंने सिर्फ बोर्ड परीक्षाओंकी चर्चा की है लेकिन सीएफ के सभी कक्षाओं की परीक्षाओं के लिए विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं हमें वास्तविक रूप से सीखने और उनका मूल्यांकन करने के लिए इन परीक्षाओं में बदलाव और सुधार करना ही चाहिए |
( यह सिर्फ विचार किया गया है )
Board Priksha Me Bade Badlav : बोर्ड परीक्षा में बड़े बदलाव आ गया सही समय
यूपी के मंत्री आज देंगे अपने कामकाज का हिसाब किताब
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज 28 नवंबर को अपने मंत्रियों की बैठक बुलाई है इसमें वह अपने मंत्रियों राज्य मंत्रियों व स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों को खास संदेश देंगे साथ ही उनसे उनके काम काज के बारे में जानकारी ली जाएगी कम उन्हें आगे की कार्य योजना के बारे में बताएंगे लोकसभा आयोग चुनाव के मध्य नजर मंत्रियों को सरकार की योजनाओं के प्रभावी अमल के विशेष काम में लाया जा सकता है |
विधानसभा सत्र में पेश होने वाले अनुपूरक बजट के मसौदे को पहले कैबिनेट से पास कराया जाएगा इसके लिए आज 28 नवंबर को लोक भवन में मंत्री परिषद कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है और उसके बाद मंत्रिमंडल की बैठक होगी इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है मुख्यमंत्री राज्य मंत्रियों को खास तौर पर आगे की कार्य योजना के बारे में बताएंगे सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों को आने वाले वक्त में विभागीय योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए जा सकते हैं विधान मंडल सत्र के बाद जनता के बीच जाने उनकी समस्याओं के निराकरण संवाद संपर्क बढ़ाने पर जोर रहेगा |

राज्यमंत्रियों को लोकसभा चुनाव के मुद्दे नजर जिले वह प्रभार वाले जिले में विकास का एजेंटको प्रभावित अमल के बाबत भी निर्देश दिए जा सकते हैं कैबिनेट बैठक में अन्नपूरक बजट के अलावा कुछ विधेयकों के मसौदे को मंजूरी दी जाएगी |
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