असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती पर उठे सवाल जारी किया जा रहा है वेतन, जांच शुरू

छह बीएड कालेजों में प्रबंधकों ने भर्ती किए असिस्टेंट प्रोफेसर प्रमोद यादव प्रयागराज
प्रदेश के छह अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) बीएड महाविद्यालयों में भर्ती किए गए 14 असिस्टेंट प्रोफेसरों के चयन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इनकी भर्ती कालेज प्रबंधक ने की थी। भर्ती के समय उनकी योग्यता असिस्टेंट प्रोफेसर पद के अनुरूप नहीं थी। इसके बावजूद उच्च शिक्षा निदेशालय से इन सभी को स्थायी करते हुए वेतन जारी किया जा रहा है। अब इन सभी का रिकार्ड मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज किया जा रहा है। इसकी शिकायत उच्च शिक्षा मंत्री, शासन और उच्च शिक्षा निदेशालय में हुई तो जांच की जा रही है। फिलहाल किसी का वेतन रोका नहीं गया है।
2003 में प्रदेश सरकार ने एडेड महाविद्यालयों में चल रहे वित्तविहीन बीएड संकाय को वित्तपोषित करने की प्रक्रिया शुरू की थी। इस प्रक्रिया में सबसे पहले इटावा के चौधरी सिंह महाविद्यालय में चल रहे संकाय को वित्तपोषित करना कालेज में तीन पद सृजित और प्रबंधक से वहां तैनात शिक्षकों का शैक्षिक अभिलेख लिया उसके बाद प्रदेश सरकार ने इस कालेज के बीएड संकाय 2006 में शिक्षकों को वित्तपोषित यानी सरकारी कर दिया। उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर पद का वेतन मिलने लगा। इसके पांच और कालेजों के बीएड को वित्तपोषित करने की प्रक्रिया 2014 में शुरू हुई। इन कालेजों के लिए 44 पद सृजित किए गए और शासनादेश जारी हुआ कि 31 दिसंबर 2003 तक असिस्टेंट प्रोफेसर बीएड की अर्हता धारित करने वालों का ही चयन किया जाएगा। इन पदों के सापेक्ष वहां पर पढ़ा रहे शिक्षकों को नियमित करना था।
कालेज के प्रबंधकों से शिक्षकों का शैक्षिक अभिलेख मांगा गया, लेकिन दो शिक्षकों को छोड़कर किसी के पास 31 दिसंबर 2003 से पूर्व की डिग्री नहीं थी। मड़ियाहू महाविद्यालय चरण बीएड था। किए गए गया। के तीन बाद संकाय जौनपुर के डा. जय प्रकाश दुबे और डा. विजय कुमार चतुर्वेदी अहं थे, इनको नियमित कर दिया गया। शासनादेश के अनुसार शैक्षिक अर्हता पूर्ण न होने के बावजूद अकबरपुर महाविद्यालय कानपुर देहात में सात, पीसी बंगला कालेज हाथरस में पांच, ब्रह्मानंद पीजी कालेज राठ हमीरपुर में एक और हीरालाल महाविद्यालय संतकबीर नगर में एक शिक्षक को नियमित कर दिया गया। इन्हीं के साथ ब्रह्मानंद पीजी कालेज के शिक्षक सलित कुमार तिवारी भी थे, उन्हें नियमित नहीं किया गया। इसलिए उन्होंने नियमित हुए सभी शिक्षकों का शैक्षिक दस्तावेज सहित शिकायत की। बताया कि चयनित 14 शिक्षकों का चयन शासनादेश के अनुसार नहीं हुआ है। उच्च शिक्षा निदेशक प्रोफेसर ब्रहादेव ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है।
माइक्रोवायोलाजिस्ट पद के लिए साक्षात्कार 31 को
प्रयागराज : माइक्रोबायोलाजिस्ट के छह पदों पर चयन के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) में 31 जनवरी को साक्षात्कार होगा। आयोग की वेबसाइट पर प्रवेश पत्र जारी किया गया है। अभ्यर्थी इसे डाउनलोड कर सकते हैं। राजकीय जनविश्लेषक प्रयोगशालाओं में माइक्रोबायोलाजिस्ट के पदों पर सीधी भर्ती से चयन के लिए 2021-2022 में विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें चार पद अनारक्षित हैं, जबकि एक पद ओबीसी और एक एससी के लिए आरक्षित है। आयोग के संयुक्त सचिव विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 31 जनवरी को दो सत्रों में सुबह नौ और दोपहर एक बजे से साक्षात्कार होगा। अभ्यर्थियों को निर्धारित समय से एक घंटे पहले पहुंचने को कहा गया है। साक्षात्कार के लिए रिक्त पदों के सापेक्ष 25 अभ्यर्थी बुलाए गए हैं।
0 Comments
नमस्कार अगर आप को जानकारी अच्छा लगे तो हमें कमेंट और फॉलो करे |