परिषदीय शिक्षकों के प्रमोशन को लेकर बढ़ा विवाद, बेसिक शिक्षा परिषद ने बिना टीईटी बनाई वरिष्ठता सूची
बगैर टीईटी प्रमोशन की तैयारी, कोर्ट पहुंचे शिक्षक
याचिका ।
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों
में कार्यरत सहायक अध्यापकों के सालों बाद होने जा रहे प्रमोशन को लेकर विवाद थमने
का नाम नहीं ले रहा है। कुछ शिक्षकों ने बगैर टीईटी प्रमोशन करने को लेकर हाईकोर्ट
की लखनऊ बैंच में याचिका कर दी है। टीईटी के आधार पर प्रमोशन की मांग कर रहे
शिक्षकों का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की 12
नवंबर 2014 की अधिसूचना के अनुसार साहायक अध्यापकों का प्राथमिक स्कूलों में
प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन करने के लिए प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा
(टीईटी) अनिवार्य है।
वहीं प्राइमरी
के सहायक अध्यापकों के उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर पदोन्नति
देने के लिए उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी पास होना चाहिए। मद्रास हाईकोर्ट ने भी
दो जून 2023 के आदेश में पदोन्नति में यह व्यवस्था लागू करने के आदेश दिए हैं।
जिसके बाद एनसीटीई ने 11 सितंबर 2023 को स्पष्टीकरण पत्र जारी किया है। हालांकि
प्रदेश के सभी 75 जिलों में टीईटी अनिवार्यता की अनदेखी की
■
टीईटी
के आधार पर प्रमोशन मांग रहे शिक्षक कोर्ट पहुंचे ■
एनसीटीई
ने मी शिक्षक पात्रता परीक्षा को प्रमोशन में माना है अनिवार्य |
प्रयागराज में 986 का होना है प्रमोशन जिले
में 986
शिक्षकों का प्रमोशन हीना है। ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में
प्रधानाध्यापक के 958, जबकि नगर क्षेत्र में प्राथमिक स्कूलों में
प्रधानाध्यापक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्ययक के 28 पदों पर प्रमोशन होना है। पदोन्नति के लिए
पदस्थापन की काउंसिलिम छह जनवरी को होगी। जिले में मार्च 2009 से नियुक्त शिक्षक 14 साल बीतने के बावजूद पदोन्नति का इंतजार कर
रहे है। जबकि नियमानुसर नियुक्ति के पांच साल बाद प्रमोशन मिल जाना। चाहिए था। जा
रही है। जबकि बेसिक शिक्षा परिषद के अफसरों ने हाईकोर्ट में हलफनामा दिया है कि
प्रमोशन में समय-समय पर जारी एनसीटीई गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है। |
टीजीटी-पीजीटी में विशेष वर्ग की
60 में 55 सीटें खाली
प्रयागराज। प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में
प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पोजोटी) भतीं 2021 में विशेष वर्ग
के 60 रिक्त पदों पर प्रतीक्षा सूची से चयन के लिए काउंसिलिग बुधवार को
शिक्षा निदेशालय में हुई। विभिन्न श्रेणी के दिव्यांग, भूतपूर्व सैनिक,
स्वतंत्रता
संग्राम सेनानी कोटे की इन सीटों के सापेक्ष मात्र पांच अभ्यर्थी अहं मिले। शेष 55
सीटें योग्य अभ्यधी नहीं मिलने के कारण खाली रह गई।
कई सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी भी काउंसिलिंग के
लिए पहुंच गए थे जिन्हें लौटा दिया गया। उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक-दो प्रमोद
कुमार ने बताया कि विशेष वर्ग के चयनित अभ्यर्थियों के कार्यभार ग्रहण न करने के
कारण टीजीटी के 58 और पीजीटी के दो पद खाली रह गए थे। इसके अलावा टीजीटी-पीजीटी 2016
में 2021 के रिक्त पदों पर चयन के लिए दोबारा फाउंसिलिंग की भी तैयारी चल रही
है।
राजकीय विद्यालयों में एलटी (सहायक अध्यापक) और प्रडक्ता का नया
विज्ञापन जारी करने समेत कई मांगों को लेकर बुधवार को प्रतियोगी छात्र मोर्चा के
बैनर तले बेरोजगारों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के समक्ष प्रदर्शन किया।
जीआईसी में नई शिक्षक भर्ती के लिए किया प्रदर्शन
प्रयागराज । राजकीय
विद्यालयों में एलटी (सहायक अध्यापक) और प्रवक्ता का नया विज्ञापन जारी करने समेत
अन्य मांगों को लेकर प्रतियोगी छात्र मोर्चा से जुड़े बेरोजगारों ने बुधवार को
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पर धरना दिया। आयोग की तरफ से अनुभाग अधिकारी संतोष
कुमार ने छात्रों से चार्ता की। छात्रों ने शिक्षक भर्ती के अलावा
खंड शिक्षा अधिकारी का नया विज्ञापन जारी करने की मांग रखी। एलटी 2018 की
तृतीय अवशेष श्रेष्ठता सूची जारी करने और एलटी के प्रस्तावित नए विज्ञापन में आयु
सीमा में पांच वर्ष की छूट देने का अनुरोध किया ।
मोर्चा अध्यक्ष
विक्की खान ने कहा कि एलटी-प्रवक्ता को समकक्ष अर्हता का समाधान अभी नहीं हुआ है
और खंड शिक्षा अधिकारी की
फाइल बेसिक शिक्षा निदेशक के यहां रुकी है। एलटी 2018 की
तृतीय अवशेष श्रेष्ठता सूची पर कार्य गतिशील है और बहुत जल्द तृतीय सूची जारी की
जाएगी। प्रदर्शन करने वालों में वरुण शर्मा, कृपा शंकर
निरंकारी, सोकेंद्र सैनी, अनिल कुमार चौधरी, अंजनी कुमार
पांडे, संदीप कुमार कुशवाहा, मधु, मनोरमा, आस्था सिंह आदि
शामिल थे ।
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