जैविक भवन लखनऊ
डॉ. जी पी सिंह (संयुक्त निदेशक कीट विज्ञान )
आम की फसल में आई पीएम प्रशिक्षण कार्यक्रम 03 जनवरी से 01 फरवरी तक कुल 1 महीने तक चलने वाली है आज दिन बुधवार से ट्रेनिंग स्टार्ट है इसका उद्घाटन पादप संरक्षण संगरोध यह भंडारण निदेशालय फरीदाबाद से (PPA जे पी सिंह) डॉ. ए के सिंह (निर्देशक हर्टीकल्चर) के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसमे ट्रेनिंग करने के लिए दूर-दूर से कृषि विभाग एवं आईपीएम और पादप संगरोध केंद्र से चलकर आए हैं कर्मचारी जो ट्रेनिंग लेकर जाएंगे सभी अपने-अपने क्षेत्र में किसानों को जागरूक करेंगे यह एक जैविक नियंत्रण तकनीक है जिससे इंग्लिश में बायोपेस्टिसाइड कहा जाता है इससे खेत के कीटो को नष्ट किया जा सकता है यह ट्रेडिंग भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहा है जैविक नियंत्रण जो दवा है वह आपको इमेज में देखने को मिल जाएगा आप देख सकते हैं इस ट्रेडिंग के दौरान सभी कर्मचारियों को रहने और खाने की व्यवस्था सरकार की तरफ से दिया जा रहा है जो जैविक भवन लखनऊ के द्वारा प्रदान कराया जा रहा है कोई कृषि कर्मचारी यहां पर ट्रेनिंग के लिए शामिल हो सकता है |
क्या-क्या है सुविधाएं
ट्रेनिंग के दौरान सभी को प्रयोगशाला के माध्यम से समझाया जाता है और सही तरीका क्या है कैसे प्रयोग किया जाता है उसके बारे में सभी को टीम बनाकर समझाया जाता है और बनाकर दिखाया जाता है यहां पर जितने भी कर्मचारी हैं सभी को बारी-बारी से हर एक लाइफ की विजिट कराई जाती है और उनको एक दिन फील्ड के लिए भी लेकर जाते हैं और वहां से इंसेंट कलेक्ट कराकर लाते हैं और उसमें शत्रु के मित्र कीट को कैसे पहचाने सब चीज रुको दिखाया जाता है इससे यह फायदा होता है जो हम लोग अनाज खा रहे हैं उसमें केमिकल ज्यादा मिले होने के कारण सभी के शरीर पर जो है गहरा प्रभाव डालता है इसी को कम करने के लिए यह जो ट्रेनिंग चलाई गई है की बायो पेस्टिसाइड की सहायता से हम कैसे इंसेंट को कंट्रोल करें
अधिक जानकारी के लिए टारगेट एक लक्ष्य चैनल पर देख सकते हैं |
लैब प्रयोगशाला
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