चिकित्सा सेवा में पुरानी पेंशन लागू की जाए
लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को पुरानी पेंशन दी जाए। यह मांग लंबे समय से डॉक्टर उठा रहे हैं। इस पर सुनवाई हो रही है। इससे डॉक्टरों में नाराजगी बढ़ रही है। वहीं, सरकारी सेवा से डॉक्टरों का मोहभंग हो रहा है। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए पेंशन समेत दूसरी मांगों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। यह मांग प्रान्तीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) ऑफिसर्स रिटायर्ड वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री डॉ. आरके सैनी ने की।
वह शनिवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों को जानकारी दे रहे थे। डॉ. आरके सैनी ने कहा कि सरकारी
लखनऊ प्रेस क्लब में पुरानी पेंशन के संबंध अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है। इसमें मेडिकल व दंत संकाय के डॉक्टर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं। इन्हें भरने की दिशा मेंलगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन डॉक्टरों का रूझान सरकारी सेवा की तरफ नहीं बड़ रहा है। सरकार पुरानी
में जानकारी देते एसोसिएशन के पदाधिकारी। पेंशन बहाल करें। ताकि डॉक्टरों का सरकारी सेवा की तरफ आकर्षण बढ़े। इसके अलावा रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने के फैसला सरकार वापस ले।
डॉ. आरके सैनी ने कहा कि बीआरएस का प्रावधान लागू किया जाए ताकि डॉक्टर निजी कारणों से नौकरी
छोड़ना चाहे तो उसे आसानी से मंजूरी मिल सके। अभी डॉक्टरों को वीआरएस नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एसोसिएशन की मांगों को पूरा करने की दिशा में जरूरी कदम उठाएं। प्रोविशियल मेडिकल सर्विसेज ऑफिसर्स रिटायर्ड वेलफेयर एसोसिएशन दंत संवर्ग का अधिवेशन हुआ। एसोसिएशन के स्टेट कॉर्डिनेटर डॉ. स्वयं प्रकाश ने कहाकि अस्पतालों में दांतों के इलाज के संसाधन बढ़ाए जाए। दंत संवर्ग का कैडर रिव्यू किया जाए। दंत चिकित्सा का बजट बढ़ाया जाए। दंत चिकित्सा उपकरणों को मानकों के अनुसार व्यवस्थित करवाए जाए। इस मौके डॉक्टरों ने अपनी समस्याएं साझा की।

0 Comments
नमस्कार अगर आप को जानकारी अच्छा लगे तो हमें कमेंट और फॉलो करे |