बढ़ सकती है कॉपी देखने वालों की संख्या,
आयोग पहुंचे 31 नए अभ्यर्थी 50 कॉपियां बदले जाने का मामला सामने आने के बाद अभ्यर्थियों में उहापोह
प्रयागराज। पीसीएस जे मुख्य
परीक्षा-2022 में 50 कॉपियां बदलने जाने का मामला सामने आने के बाद अपनी कॉपियां देखने के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पहुंच रहे अभ्यर्थियों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है। बुधवार को 31 नए अभ्यर्थी अपनी कॉपियों के अवलोकन के लिए आयोग पहुंचे।
इस तरह 20 जून से अब तक कुल 292 अभ्यर्थी अपनी कॉपियां देख चुके हैं। जिन अभ्यर्थियों की कॉपियां बदली हैं, उन्हें अब आयोग के निर्णय का इंतजार है। आयोग पीसीएस जे मुख्य परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी कर सकता है। अगर परिणाम संशोधित होता है तो कई नए अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता है। इनमें से कुछ अभ्यर्थियों का चयन हो जाता है तो पूर्व में चयनित अभ्यर्थियों की नौकरी पर संकट आ सकता है।
कॉपियों दिखाने का कार्य 30
अब तक 292 अभ्यर्थी कॉपियों देखने के लिए पहुंचे हैं यूपीपीएसस
जुलाई तक चलना है। कुछ दिनों पहले तक आम अभ्यर्थियों को यही मालूम था कि श्रवण पांडेय की कॉपी बदली है, लेकिन अब आयोग भी मान चुका है कि गलत कोडिंग के कारण 50 अभ्यर्थियों की कॉपियां बदल गई थीं। आयोग ने इस मामले में भले ही सख्त निर्ण लेते हुए दोषी अफसरों पर कार्रवाई कर दी हो, लेकिन इस गड़बड़ी के कारण जो अभ्यर्थी प्रभावित हुए हैं, उन्हें कोई राहत नहीं मिली है। यह अभी सार्वजनिक रूप से
स्पष्ट नहीं किया गया है कि किन भुनक्रमांक के अभ्यर्थियों की कॉपियां बदली हैं। ऐसे में परीक्षा में शामिल ज्यादातर अभ्यर्थी आशंकित है कि कहीं उनकी कॉपी तो नहीं बदल गई। इन परिस्थितियों में अपनी कॉपियां देखने के लिए आयोग पहुंचने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ सकती है।

आयोग ने कॉपियां मेरिट लिस्ट से बाहर अभ्यर्थियों को इंटरव्यू का देंगे मौका
प्रयागराज। पीसीएस जे की उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक जुलाई की सुनवाई का फैसला आ गया है। यूपीपीएससी के डिप्टी सेक्रेटरी ने कोर्ट को भरोसा दिया है कि जो लोग गलती की वजह से मेरिट लिस्ट से बाहर हुए हैं, उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। मेरिट लिस्ट में संशोधन से कुछ चयनित अभ्यर्थी बाहर होंगे और उनके स्थान पर दूसरे आएंगे। न्यायमूर्ति एसडी सिंह और न्यायमूर्ति अनीश कुमार गुप्ता की खंडपीठ ने अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की याचिका पर सुनवाई की थी। याची के अधिवक्ता विभु राय और आयोग के वकील निशीत यादव ने पक्ष रखा था। आठ जुलाई को आयोग के अध्यक्ष से व्यक्तिगत हलफनामा मांगा है।
देखने के लिए मुख्य परीक्षा में शामिल सभी 3019 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया है।
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