डिजिटल अटेंडेंस ही नहीं, किसी भी रजिस्टर को नहीं करेंगे ऑनलाइन
बेसिक शिक्षकों के संयुक्त मोर्चे की घोषणा, प्रार्थना सभा की भी नहीं भेजेंगे सेल्फी
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शुरू हुआ विरोध अभी समाप्त होता नहीं दिख रहा है। शासन के डिजिटल अटेंडेंस के निर्णय को अगले आदेश तक स्थगित करने के बाद भी शिक्षकों को नाराजगी नहीं कम हुई। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की शनिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि वह विद्यालय के किसी भी रजिस्टर को ऑनलाइन नहीं अपडेट करेंगे। विभाग डिजिटलाइजेशन के आदेश को वापस ले।

बैठक में शिक्षक नेताओं ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक के बाद डिजिटल अटेंडेंस को तो स्थगित कर दिया गया। वहीं महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने यह आदेश दिया है कि प्रार्थना सभा में शिक्षक, बच्चों के साथ खुद की सेल्फी भेजें। यह निजता का उलंघन समझौते का लिखित कार्यवृत्त जारी नहीं होने पर 29 को निदेशालय का घेराव है। जब डिजिटल उपस्थिति को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है तो दूसरी तरफ शिक्षकों से सेल्फी मांगना न्यायोचित नहीं है।
संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक व प्रदेश अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ सुशील पांडेय, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी, प्रदेश अध्यक्ष विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन संतोष तिवारी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस तुगलकी फरमान के विरोध में प्रदेश के शिक्षक पूर्व की भांति काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे। वह डिजिटाइजेशन संबंधी किसी भी रजिस्टर को ऑनलाइन नहीं करेगा। साथ ही प्रार्थना सभा की कोई सेल्फी कहीं भी नहीं भेजेगा।
संयुक्त मोर्चा के प्रदेश सचिव दिलीप चौहान ने बताया कि इस दोहरे आदेश से सभी संयुक्त निदेशक शिक्षा कार्यालय पर धरना नौ को, माध्यमिक शिक्षकों का तीसरे दिन भी प्रदर्शन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) के आह्वान पर शनिवार को तीसरे दिन भी प्रदेश भर में आंदोलन जारी रही। सभी डीआईओएस कार्यालयों पर धरना देकर शिक्षकों ने अपर मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन डीआईओएस को दिया। साथ ही नौ अगस्त को प्रदेश के सभी संयुक्त निदेशक कार्यालय पर धरने की घोषणा की। प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि तीन दिनों के संघर्ष के बाद भी सरकार या शासन का प्रतिनिधि वार्ता के लिए नहीं आया। हम शिक्षक हितों की अनदेखी नहीं कर सकते।
हमारे पास संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने बताया कि आंदोलन के तीसरे चरण में क्रांति दिवस नौ अगस्त को प्रदेश के सभी 18 संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों पर पुरानी पेंशन, तदर्थ शिक्षकों की बहाली समेत 18 सूत्रीय मांगों के समर्थन में धरना दिया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जेडी को देंगे। इसी क्रम में 11 अगस्त को लखनऊ में राज्य परिषद की बैठक बुलाई गई है। इसमें आंदोलन की समीक्षा की जाएगी और जरूरत पड़ी तो दो दिसंबर से जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे। बता दें कि माध्यमिक शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में 18 से 20 जुलाई तक प्रदेश के सभी डीआईओएस कार्यालय पर धरना दिया है।
शिक्षक नाराज है। जल्द महानिदेशक के साथ हुई बैठक का लिखित कार्यवृत्त नहीं जारी होता है तो संयुक्त मोर्चा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 29 जुलाई को महानिदेशक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन
करने पर विवश होगा। बैठक में अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु, विवेकानंद, शिक्षामित्र संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील यादव, विक्रम सिंह, तेजस्वी शुक्ला आदि उपस्थित थे।
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