69000 शिक्षक भर्ती : आमने-सामने आए आरक्षित और अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी
दोनों धड़ों ने निदेशालय में दिया धरना, दिन भर बना रहा तनाव, पुलिस बनी दीवार
लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के हालिया आदेश के बाद पक्ष और विपक्ष का विरोध-प्रदर्शन व्यापक रूप ले रहा है। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी पहले से ही बेसिक शिक्षा निदेशालय पर धरना दे रहे हैं, बृहस्पतिवार को चयनित अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी भी वहां पहुंच गए।
दोनों पक्ष आमने-सामने धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। किसी विपरीत परिस्थिति से बचने के लिए पुलिस बीच में दीवार बनकर खड़ी रही। हालांकि, महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा से वार्ता में आश्वासन के बाद अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों ने धरना समाप्त कर दिया। सुबह दस बजे ही बड़ी संख्या में प्रदेश भर से चयनित अनारक्षित अभ्यर्थी (शिक्षक) एक दिन की छुट्टी लेकर निदेशालय पहुंच गए। इससे एससीईआरटी निदेशालय से आगे तक पूरा रास्ता बंद हो गया। पुलिस ने निदेशालय का मुख्य व साइड गेट बंद करवा दिया। इस बीच दोनों पक्ष आमने-सामने बैठ कर नारेबाजी करने लगे तो पुलिस ने रस्सा लगाकर स्थिति संभाली। चयनित अभ्यर्थी चयन सूची से छेड़छाड़ न करने, सुप्रीम कोर्ट से मार्गदर्शन लेने व एक भर्ती में दोहरा आरक्षण न देने की मांग कर रहे थे
जय श्रीराम की गूंज...
सीएम योगी का फ्लैक्स हाथ में उठाए अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी आप ही नियोक्ता, आप ही हमारे संरक्षक न्याय दो-न्याय दो... एक ही नारा एक ही नाम, जय श्रीराम जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। काबिलियत पर नौकरी पाए हैं, समायोजन की भीख मांगने नहीं आए हैं... लिखी तख्तियां लिए हुए थे। पुलिस शिक्षकों से शांति की अपील करती रही। शाम को इनकी महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा से मुलाकात कराई गई। अभ्यर्थी सर्वेश प्रताप सिंह, रोबिन, प्रत्यूष मिश्र ने बताया की महानिदेशक ने कहा कि अभी शासन से स्पष्ट निर्देश नहीं मिला है। अन्याय नहीं होगा। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी भी डटे रहे
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट के आदेश को लागू करने और नियुक्ति देने के लिए बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी धरना जारी रखा। अभ्यर्थी अदालत के निर्णय को लागू करने की समय सारिणी जारी करने की मांग कर रहे थे। धरने की अगुवाई कर रहे विजय यादव ने बताया कि हाइकोर्ट के फैसले और सीएम के निर्णय के बाद उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है, पर अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। इसलिए जल्द हाइकोर्ट के फैसले के अनुसार लिस्ट जारी की जाए। उन्होंने कहा कि जब तक लिस्ट जारी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।
विभाग ने कहा, सबके साथ न्याय होगा
* हाईकोर्ट के आदेश का विभाग अध्ययन कर रहा है। किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। सबके साथ न्याय होगा। शिक्षकों व अन्य अभ्यर्थियों से धरना समाप्त करने की अपील है। बेसिक शिक्षा विभाग
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