कृषि सेवा प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी, 2029 सफल

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 का परिणाम बुधवार को घोषित कर दिया। कुल 268 रिक्तियों के लिए 40,923 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था, जिनमें से 23,866 अभ्यर्थी 18 अगस्त को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर मुख्य परीक्षा के लिए रिक्तियों के 15 गुना कुल 2029 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है।
परीक्षा नियंत्रक हर्षदेव पांडेय के अनुसार, परीक्षा परिणाम आयोग की वेबसाइट https: //uppsc.up.nic.in पर
उपलब्ध है। मुख्य परीक्षा का कार्यक्रम एवं सफल अभ्यर्थियों को 64.87 प्रतिशत ने दी स्क्रीनिंग परीक्षा
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से होम्योपैथिक आवासीय चिकित्सा अधिकारी के 62 पदों के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा 2023 लखनऊ के 10 केंद्रों पर बुधवार को सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक हुई। परीक्षा नियंत्रक हर्षदेव पांडेय के अनुसार, 4768 अभ्यर्थियों में से 64.87 प्रतिशत उपस्थित हुए।
ऑनलाइन आवेदन आदि के संबंध में अलग से सूचना दी जाएगी। अभ्यर्थियों के प्राप्तांक या कटऑफ अंक आदि की सूचना अंतिम चयन परिणाम घोषित होने के बाद आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रदेश में 9368 कृषि सखियों का चयन होगा
लखनऊ। प्रदेश के 54 जिलों में 9368 कृषि सखी नियुक्त होंगी जो किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाएंगी। इन कृषि सखियों का चयन ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गांवों में गठित स्वयं सहायता समूहों की सबसे अधिक शिक्षित महिलाओं के बीच से किया जाएगा। ये सखियां प्राकृतिक खेती के लिए चयनित जिलों में प्राकृक्तिक खेती के मुख्य निवेश मसलन वीजामृत, जीवामृत, दशपर्णी, घनजीवामृत, अग्निअख, ब्रह्माख, नीमाख, प्रमाणित बीज तैयार करने के तरीके किसानों को सिखाएंगी। इन सखियोंको 6500 रुपये मानदेय देने का प्रस्ताव है।
ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ राज्य में प्राकृतिक खेती का तेजी से विस्तार करने के लिए सरकार एक साथ इतनी बड़ी संख्या में कृषि सखियों का चयन करने जा रही है। चयन के बाद इन कृषि सखियों को प्राकृक्तिक खेती के माध्यम से फसलों के उत्पादन कराने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि विशेषज्ञों द्वारा मिलने वाले प्रशिक्षण में ये प्रजातियों का चयन करने से लेकर उनकी बुआई, फसल को संरक्षित करने, उन्हें पोषक तत्त्व प्रदान करने की मात्रा आदि
जानेंगी।
इन सखियों को प्रशिक्षण के दौरान ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय सहायता दिलाने की तकनीक भी बताई जाएगी और किसानों को मार्केट डिमांड के अनुसार फसलों का चयन करना भी बताया जाएगा।
दो सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद ये सखियां किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए न सिर्फ प्रेरित करेंगी बल्कि उसकी तकनीक भी उन्हें सिखाएंगी।
इन जिलों का चयन किया गया है
आगरा, अलीगढ़, अम्बेडकरनगर, औरैय्या, आजमगढ़, बागपत, बहराइच, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बदायूं, बुलन्दशहर, चन्दौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजीपुर, गोरखपुर, हमीरपुर, हरदोई, जालौन, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, लखनऊ, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मिर्जापुर, मुजफ्लरनगर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, सहारनपुर, सम्भल, संतकबीरनगर, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर, उन्नाव एवं वाराणसी के नाम शामिल हैं।
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