प्रदेश के सभी 75 जिलों में होगी पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा

आयोग में हुई नोडल अफसरों की बैठक, तैयारियों को दिया अंतिम रूप यूपी यूपी लोक लोकसेवा सेवा आयोग आयोग अगले अगले हफ्ते हफ्ते जारी जारी करेगा अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र
प्रयागराज। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित की जाएगी। मंगलवार को उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) में सभी 75 जिलों के नोडल अफसरों की बैठक बुलाई गई, जिसमें परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। आयोग अगले हफ्ते अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र जारी करेगा।
पीसीएस परीक्षा-2024 के तहत 220 पदों पर भर्ती के लिए 5,76,154 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। प्रारंभिक परीक्षा 22 दिसंबर 2024 को प्रस्तावित है। इस बार केंद्र निर्धारण के नियम सख्त किए जाने से आयोग को एक दिन में परीक्षा कराने के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्र नहीं मिल रहे थे।
पीसीएस परीक्षा को विशिष्ट श्रेणी में रखते हुए शासन ने नियम शिथिल किए तो एक दिन में परीक्षा कराने के लिए केंद्रों की व्यवस्था हो सकी। हालांकि, इसके बाद भी आयोग को सभी 75 जिलों में परीक्षा करानी पड़ रही है जबकि इससे पूर्व पीसीएस 2023 की प्रारंभिक परीक्षा प्रदेश के 51 जिलों में आयोजित की गई थी। जिसके लिए 5,65,459
गृह जनपद में आवंटित नहीं होंगे केंद्र
जून-2024 के शासनादेश के अनुसार इस बार केंद्र आवंटन के नियम भी बदल गए हैं। पुरुष अभ्यर्थियों को मंडल के बाहर किसी दूसरे जिले व महिला अभ्यर्थियों को गृह जनपद से इतर मंडल में ही किसी दूसरे जिले में केंद्र आवंटित किए जाएंगे। केवल दिव्यांग अभ्यर्थियों को गृह जनपद में परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाएंगे।
दो परीक्षार्थी बनेंगे साक्षी, सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर
परीक्षा कक्ष के अंदर प्रश्न पत्रों ओएमआर शीट का सील पैकेट खोलते समय साक्षी के रूप में कम से कम दो परीक्षाार्थियों से हस्ताक्षर कराए जाएंगे। वहीं, पर्यवेक्षणीय अधिकारी के नेतृत्व में परीक्षा की सीसीटीवी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी और इसके लिए कंट्रोल रूम बनेगा। एक दिन में दो पालियों में परीक्षा होने पर प्रश्न पत्र/उत्तर पुस्तिका को परीक्षा केंद्र पर दोनों पालियों के लिए अलग-अलग लाया जाएगा।
अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। इस बार 10695 अभ्यर्थी कम हैं लेकिन परीक्षा वाले जिलों की संख्या 51 से बढ़ाकर सीधे 75 कर दी गई है। ऐसे में स्पष्ट है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए निजी स्कूलों को केंद्र नहीं बनाया गया है।
शासन ने जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी तक ही केंद्र की अनिवार्यता से संबंधित नियम शिथिल किए हैं। परीक्षा एक दिन में कराई जा सके, सो इसके लिए विश्वविद्यालयों, मेडिकल कॉलेजों व इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी इस बार परीक्षा केंद्र
बनाया गया है।
इसके बावजूद आयोग को सभी 75 जिलों में परीक्षा करानी पड़ रही है, जो पहली बार होने जा रहा है। जून 2024 को शासन की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार पीसीएस परीक्षा के लिए नोडल अधिकारी संबंधित जिले के डीएम होंगे।
इससे पहले एडीएम स्तर के किसी अफसर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाता था। मंगलवार को आयोग में सभी 75 जिलों के नोडल अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी या उनके
अब आरओ/एआरओ पर निर्णय का इंतजार
अभ्यर्थियों को अब आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 पर निर्णय का इंतजार है। आयोग ने पीसीएस की तरह यह परीक्षा भी दो दिन कराने का निर्णय लिया था लेकिन अभ्यर्थियों के आंदोलन के बाद आयोग ने इस निर्णय पर विचार करने के लिए कमेटी का गठन करना पड़ा। कमेटी की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद आयोग तय करेगा कि परीक्षा पूर्व की भांति एक दिन में कराई जाए या दो दिन में आयोजित की जाए।
प्रतिनिधि शामिल हुए।
जून-2024 में जारी शासनादेश में उल्लिखित निर्देशों के अनुरूप परीक्षा कराने के लिए नोडल अधिकारियों के साथ चर्चा की गई व परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। परीक्षार्थियों के साथ कर्मचारियों की भी होगी तलाशी परीक्षार्थियों के साथ परीक्षा केंद्र पर तैनात कार्मिकों की भी कक्ष में आने पर सघन तलाशी ली जाएगी और परीक्षा पूर्ण होने से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। महिला परीक्षार्थियों की तलाशी के लिए महिला कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
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