यूपी बोर्ड ने परीक्षा कार्य से डिबार किए गए शिक्षकों के मांगे नाम

बोर्ड के पोर्टल पर शिक्षकों के नामों का कराया जाएगा परीक्षण
प्रयागराज: हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की लिखित से लेकर प्रायोगिक परीक्षा एवं उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी कर चुके शिक्षकों को लेकर यूपी बोर्ड गंभीर है। बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली और मेरठ क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों से उन शिक्षकों के नाम लिखित में मांगे हैं, जो परीक्षा संबंधी किसी कार्य में गड़बड़ी किए जाने के कारण डिबार हैं। इस सूची का मिलान माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर अपलोड शिक्षकों के विवरण से किया जाएगा। डिबार शिक्षक का विवरण पोर्टल पर अंकित नहीं होने पर प्रधानाचार्यों से भी जवाब तलब किए जाने की तैयारी है।
वर्ष 2024 की परीक्षा की कुछ उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में पूणर्णांक से अधिक अंक देने तथा सही उत्तर पर शून्य अंक देने सहित कुछ अन्य त्रुटियों के मामले में बोर्ड सचिव ने नाराजगी जताई है।
इसके लिए कुछ दोषी परीक्षकों एवं उप प्रधान परीक्षकों को डिवार तो किया गया है, लेकिन अब यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी डिबार शिक्षक की ड्यूटी वर्ष 2025 की परीक्षा संबंधी कार्य में नहीं लगने पाए। बोर्ड परीक्षा समिति परीक्षा कार्य में त्रुटि करने वाले शिक्षकों को डिबार तो करती है, लेकिन कई प्रधानाचार्य अपने शिक्षक के डिबार होने की सूचना परिषद के पोर्टल पर डिबार वाले कालम में अंकित (टिक) नहीं करते। इसके चलते साफ्टवेयर के माध्यम से ड्यूटी लगाने पर डिबार शिक्षक की भी ड्यूटी लग जाती है। इस स्थिति को देखते हुए सचिव ने डिबार शिक्षकों/परीक्षकों की सूची पहली बार लिखित में मांगी है।
भेजी जाएंगी साढ़े छह करोड़ से ज्यादा उत्तरपुस्तिकाएं
प्रयागराजः यूपी बोर्ड ने वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 3.66 करोड़ कापियां तैयार कराई हैं। इसमें से 50 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाओं को पहले चरण में प्रिंटिंग सेंटर से भेजने का कार्य शुरू कर दिया गया है। शेष नए वर्ष के पहले सप्ताह में भेजी जाएंगी। पुरानी उत्तरपुस्तिकाओं का उपयोग वर्ष 2025 की परीक्षा में न हो सके, इसके लिए उत्तरपुस्तिकाओं का रंग बदलने के साथ कुछ और परिवर्तन किए गए हैं।
यूपी बोर्ड परीक्षा के कुछ केंद्रों पर उत्तरपुस्तिकाएं बाहर से लिखवाकर जमा कराए जाने की शिकायतों को देखते हुए कुछ वर्षों से उत्तरपुस्तिकाओं में इस तरह बदलाव करने लगा है कि पुरानी उत्तरपुस्तिकाएं स्वतः अनुपयोगी हो गई।
इस क्रम में पहली बार उत्तरपुस्तिका के कवर पेज पर अनुक्रमांक लिखने के लिए वर्गाकार गोला बनाया गया है, जिसमें परीक्षार्थी अनुक्रमांक लिखेंगे। इसके पूर्व रिक्त छोड़े गए स्थान पर परीक्षार्थी अनुक्रमांक लिखते थे। इस बार हाईस्कूल की उत्तरपुस्तिका के कवर पेज पर अंकित सूचनाओं का रंग गाढ़ा मजेन्टा पिंक किया गया है।
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