प्रयागराज के परीक्षार्थी ने फाड़ी तीनों ओएमआर शीट, कानपुर में मुकदमा
कानपुर। पीसीएस प्री परीक्षा के दौरान रविवार को पीपीएन बालिका इंटर कॉलेज में एक प्रयागराज के अभ्यर्थी ने जमकर हंगामा किया। अचानक परीक्षा देते हुए पहले उसने पेन तोड़ा और फिर ओएमआर शीट की तीन प्रतियों को फाड़कर चिल्लाते हुए दौड़ लगा दी। प्रधानाचार्य की तहरीर पर कर्नलगंज थाने में अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। हालांकि नोटिस देकर अभ्यर्थी को छोड़ दिया गया है।
परेड स्थित पीपीएन बालिका इंटर कॉलेज में पीसीएस प्री परीक्षा की द्वितीय पाली में परीक्षा देने प्रयागराज यमुनानगर
के सलैया गांव निवासी अभ्यर्थी अजय कुमार भी आया था। दोपहर 2:40 बजे अचानक अजय कुमार ने अजीबोगरीब हरकत करते हुए पहले अपना पेन तोड़ा और फिर तीनों ओएमआर शीट की प्रतियां फाड़ दी। इसके बाद परीक्षा कक्ष से चिल्लाते हुए बाहर भागा और पूरे विद्यालय परिसर में चिल्लाकर दौड़ने लगा।
तत्काल कक्ष निरीक्षकों ने फटी हुई ओएमआर शीट की प्रति केंद्र व्यवस्थापिका को दिलाई। पुलिस बल को बताकर अजय कुमार को पकड़ा गया। प्रधानाचार्य शशि बाला सिंह की तहरीर पर अजय कुमार के खिलाफ कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सात साल से कम सजा होने के चलते नोटिस देकर उसको छोड़ दिया गया है।
परीक्षा देकर बाहर आया छात्र बेहोश होकर गिरा, मौत अमरोहा। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा की दूसरी पाली का पेपर छूटने के बाद केंद्र
से बाहर निकले बुलंदशहर के लॉरेंस शर्मा (21) अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए। मृतक लॉरेंस शर्मा परिवार के इकलौते बेटे थे और वह आईएएस बनना चाहते थे। देर रात तक पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही थी। मृतक लॉरेंस शर्मा बुलंदशहर जनपद के औरंगाबाद थानाक्षेत्र के तोमड़ी गांव के रहने वाले थे।
करंट अफेयर्स के सवालों में तथ्यों की भरमार, पेपर देख अभ्यर्थी बीमार
पहली बार प्रदेश के सभी 75 जिलों में हुई पीसीएस परीक्षा, 42 फीसदी रही उपस्थिति
प्रयागराज। पहली वाद प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित की गई पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 में शामिल अभ्यर्थियों को सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र ने उलझाकर रख दिया। करंट अफेयर्स के सवालों में तथ्यों की भरमार रही। जवाब देने में अभ्यर्थियों के पसीने छूट गए।
पीसीएस के 220 पदों पर भर्ती के लिए रविवार को प्रदेश भर के 1331 केंद्रों में हुई प्रारंभिक परीक्षा के लिए पंजीकृत 5,76,154 अभ्यर्थियों में से 42 फीसदी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सुबह 9:30 से 11:30 बजे के सत्र में हुई सामान्य अध्ययन की परीक्षा में कुल 150 सवाल पूछे गए, जिसमें करंट अफेयर्स के करीब 21 प्रश्न रहे।
इन सवालों में तथ्यों का आलम यह रहा कि कल्याणकारी योजनाओं का प्रीमियम तक पूछ लिया गया। वहीं, दूसरी तरफ बजट, लोकसभा चुनाव, ओलंपिक, महाकुंभ आदि महत्वपूर्ण घटनाओं की कोई चर्चा तक नहीं हुई, जबकि अभ्यर्थियों ने इन्हें केंद्र में रखकर तैयारी की थी।
सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में इतिहास के करीब 26, भूगोल के 29, पर्यावरण के छह, अर्थव्यवस्था के 28, राजव्यवस्था के 22, विज्ञान के 16 और विविध के दो प्रश्न शामिल रहे।
अभ्यर्थियों ने बताया कि इस बार के पेपर का पैटर्न पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी जटिल था। क्रोनोलॉजी और कथन-कारण के प्रश्नों की संख्या
काफी अधिक थी, इसलिए प्रश्नपत्र हल करने में अधिक समय लगा।
वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग द्वारा तैयार प्रश्नपत्र शायद अव तक का सबसे कठिन प्रश्नपत्र रहा है। सतही तैयारी या रटने वाले आकड़ों से दूर एक स्तरीय तैयारी और व्यापक रूप से मुख्य परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र ही कुछ हद तक सहज नजर आए।
उत्तर प्रदेश प्रदेश लोक सेवा आयोग ने संदेश देने की कोशिश की है कि पीसीएस की तैयारी गंभीरता से करने वाले ही प्रारंभिक परीक्षा में सफल हो सकेंगे। इस बार मेरिट बहुत ही कम रहने की उम्मीद है।
जीएस की तुलना में आसान रहा सीसैट
अभ्यर्थियों ने बताया कि दोपहर 2:30 से 4:30 बजे की दूसरी पाली में सीसैट के प्रश्नपत्र की क्वालीफाइंग परीक्षा में पहली पाली के सामान्य अध्ययन की परीक्षा के मुकाबले प्रश्नपत्र सामान्य व संतुलित रहा। सामान्य हिंदी व अंग्रेजी के 45 प्रश्न थे। गणित और रीजनिंग के प्रश्न भी मध्यम स्तर के रहे। संप्रेषण कौशल और निर्णयन के प्रश्नों का स्तर भी सामान्य रहा।
सामान्य अध्ययन के पेपर से नदारद रहा यूपी
अभ्यर्थियों का कहना है कि सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र में उत्तर प्रदेश से संबंधित कोई प्रश्न नहीं पूछा गया, जबकि अन्य राज्यों की परीक्षा में संबंधित राज्य से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से शामिल किया जाता है। पिछली बार यूपी से जुड़े कई सवाल पूछे गए थे।
यूपीपीएससी ने मुख्य परीक्षा में विषयों को हटाकर सामान्य अध्ययन के यूपी विशेष दो प्रश्न पत्र इसी आधार पर शामिल किए थे कि इससे यूपी के अभ्यर्थियों को लाभ होगा, लेकिन प्रारंभिक परीक्षा में आयोग ने इस बात का ध्यान नहीं रखा।
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