पालीटेक्निक में शून्य अंक पाने वालों का नहीं होगा प्रवेश

लखनऊ : पालीटेक्निक में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो रही है। इस बार बदले नियमों के तहत सभी जिलों में आनलाइन प्रवेश परीक्षा होगी। प्रवेश परीक्षा में जीरो पाने वाले अभ्यर्थियों का प्रवेश नहीं होगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से जारी नियमों तहत 100 प्रश्नों वाली परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न सही करना अनिवार्य होगा। पहले परीक्षा में शामिल होने और जीरो मिलने के बावजूद अभ्यर्थियों का प्रवेश हो जाता था।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर प्रवेश के लिए आवेदन की प्रकिया बुधवार से शुरू होकर 30 अप्रैल को समाप्त होगी। परिषद की वेबसाइट jeecup.admissions. nic.in से ही प्रवेश के लिए आवेदन किया जा सकेगा। ग्रुप-ए से लेकर एल तक की ट्रेड में प्रवेश होगा। सामान्य के लिए 300 रुपये और अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 200 रुपये फीस रखी गई है। प्रदेश में सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी संस्थानों के अलावा श्रीपी से
100 प्रश्नों वाली परीक्षा में अभ्यर्थियों को कम से कम एक प्रश्न सही करना जरूरी
संचालित कुल सीटें 2,44,972 के सापेक्ष परीक्षा होगी। 400 अंकों की प्रवेश परीक्षा में एक प्रश्न चार नंबर का होगा। प्रवेश के लिए कम से कम एक प्रश्न हल करना अनिवार्य होगा। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय उच्च अधिकारियों को लेना है। आवेदनों की संख्या के आधार पर प्रवेश के नियमों में बदलाव किया जाएगा।
नए नियम लागू होने से निजी संस्थानों के संचालकों की नींद उड़ गई है। शून्य अंक पाने वाले अभ्यर्थियों का निजी संस्थानों में प्रवेश हो जाता था। निजी संस्थान में प्रवेश के लिए केवल पालीटेक्निक प्रवेश परीक्षा में बैठना अनिवार्य होता था। अब एक प्रश्न हल करने की अनिवार्यता से मनमाने प्रवेश पर लगाम लगेगी। सीट भरने की चुनौती भी उनके सामने होगी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके सिंह ने बताया कि तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए इस बार पालीटेक्निक में प्रवेश के लिए नियमों को बदलाव किया गया है।
भाषा विविः चार सेमेस्टर में ही क्वालिफाइंग विषय होंगे
लखनऊ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद बीए के छात्र-छात्राओं को मूल विषयों के साथ कई क्वालिफाइंग विषय भी पढ़ने होते हैं। अभी स्नातक के हर सेमेस्टर में एक क्वालीफाइंग विषय पढ़ना और उत्तीर्ण करना था लेकिन 2024 के जीओ के अनुसार बीए के विद्यार्थियों को सिर्फ चार सेमेस्टर में क्वालिफाइंग विषय पढ़ना होगा।
भाषा विश्वविद्यालय में नया संशोधन लागू कर दिया है। अधिष्ठाता शैक्षणिक
■ नए संशोधन के बाद कम किए क्वालिफाइंग विषय क्वालिफाइंग कोर्स के दो क्रेडिट प्वाइंट भी जुड़ेंगे
प्रो. सौबान सईद ने बताया कि क्वालीफाइंग विषय नॉन क्रेडिट कोर्स होते थे। मतलब कोर्स उत्तीर्ण करना अनिवार्य था लेकिन अंक नहीं जुड़ते थे, संशोधन के बाद क्वालीफाइंग कोर्स के दो क्रेडिट प्वाइंट सीजीपीए में जुड़ेंगे।
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