HMPV पर ऐक्शन में केंद्र, राज्यों से कहा- लोगों को बचाव के उपाय बताएं |
देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण के मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार ऐक्शन मोड में है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में भी बैठकों का दौर जारी है। इसी के साथ केंद्र ने एक वार फिर कहा है कि घवराने जैसी कोई वात नहीं है।

वायरस का संक्रमण आम तौर पर हल्का होता है और अधिकतर मामले अपने आप ठीक हो जाते हैं। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने वर्चुअली तरीके से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने HMPV तायरस की रोकथाम के बारे में लोगों के वीच जागरूकता फैलाने की सलाह दी है।
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे लोगों को वताएं कि कैसे वे वच सकते हैं। इसी के साथ केंद्र ने राज्यों से सांस संबंधी वीमारियों के मामलों पर नजर रखने और इस निगरानी की समीक्षा करने को कहा है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस पर केंद्र ने कहा कि यह सास संबंधी कई बीमारियों में से एक है। HMPV खासकर सर्दियों और वसंत के शुरुआती महीनों में सभी उम्र के लोगों में संक्रमण का कारण बन सकता है। आईसीएमआर-बीआरडीएल लैव में पर्याप्त नैदानिक सुविधाएं उपलब्ध है। भारत में आए सभी मामले 3 महीने से लेकर 13 साल की उम्र के छोटे बच्चों में पाए गए हैं।
■ महाराष्ट्रः नागपुर में मंगलवार को HMPV के दो संदिग्ध मामले आए हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर पीठ पर याचिका दाखिल कर गुहार लगाई कि कोर्ट HMPV पर चिंताओं का संज्ञान ले और राज्य सरकार को इस संबंध में सक्रिय कदम उठाने का निर्देश दे।
■ तमिलनाडुः तमिलनाडु सरकार ने कहा कि राज्य में HMPV से संक्रमित मिले दोनों मरीज ठीक है। इसी के साथ सरकार ने कहा कि सदी, खांसी और बुखार से पीड़ित लोग HMPV की जांच करवा सकते है, लेकिन इसके लिए कोई
विशेष उपकर नहीं है। मारक पहनना, दूरी बनाए रखना और हाथ साफ रखने जैसे उपायों को अपनाने के लिए लोगों, खासकर लक्षण वालों को प्रेरित किया जा रहा है।
■ कर्नाटकः दो मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने लोगों से कहा है कि वे घबराएं नहीं, बस ऐहतियात बरते। कर्नाटक में विपक्षी बीजेपी ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह वायरस को हल्के में न ले क्योंकि वोन में इसका प्रकोप बढ़ गया है।
कहां-क्या हालात
ओडिशाः ओडिशा सरकार ने मंगलवार को राज्य में सभी चिकित्सा सुविधाओं और प्रयोगशालाओं को किसी भी आपात स्थिति स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
बिहार: नीतीश सरकार ने कहा कि HMPV वायरस को मात देने के लिए कोरोना की तर्ज पर इंतजाम किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के DM, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य और अधीक्षक, सिविल सर्जनों को इस वायरस से बचाव के लिए कोरोना की तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश दिया है।
■ झारखंड: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव से सभी सिविल सर्जन से चर्चा करें और दिशा-निर्देश जारी करें।
■ उत्तराखंडः स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों को वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए है।
चिकित्साधिकारी पद पर पांच अभ्यर्थियों का चयन निरस्त
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (एलोपैथी) में चिकित्साधिकारी ग्रेड-2 पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट के तीन पदों व ईएनटी स्पेशलिस्ट के दो पदों पर अभ्यर्थियों का चयन निरस्त कर दिया है। प्रमाणपत्र व अन्य अभिलेख प्रस्तुत न करने के कारण आयोग ने यह कार्रवाई की है।
पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट के दस पदों पर सीधी भर्ती का चयन परिणाम 14 जून 2024 को जारी किया गया था। आयोग ने दीपांशी सक्सेना, निहारिका वर्मा व कोमल आनंद का चयन निरस्त करते हुए इनकी जगह राजिंदर कुमार, साहिल गोयल व अजय कुमार प्रजापति की नियुक्ति की संस्तुति की है।
वहीं, 22 जून 2024 को जारी किए गए ईएनटी स्पेशलिस्ट के 25 पदों के परिणाम में प्रदीप के व मोहम्मद मुवाशिरुल हक का चयन निरस्त किया गया है। ओबीसी श्रेणी की घटित दो रिक्तयों के सापेक्ष अभ्यर्थी उपलब्ध न होने के कारण रिक्त हुए पदों के पुनर्विज्ञापन की संस्तुति की गई है।
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