कुंभ मंथन में उद्यमियों के हिस्से में आए अमृत का विश्लेषण करेंगे प्रबंधन के छात्र

इविवि में प्रबंधन के पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम के छात्र महाकुंभ पर तैयार करेंगे रिपोर्ट
प्रयागराज। महाकुंभ में श्रद्धालुओं, पर्यटकों के साथ उद्यमियों का भी मेला लगेगा। सूक्ष्म से लेकर मध्यम व बड़े उद्यमियों तक, सभी को कुंभ मंथन से अमृत चाहिए। किसके हिस्से कितना अमृत आया, इस पर सर्वेक्षण के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग ने अपनी टीम उत्तार दी है, जिसमें विभाग के शिक्षक और प्रबंधन में पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम के विद्यार्थी शामिल हैं।
यह टीम प्रयागराज जिले और महाकुंभ क्षेत्र में उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में महाकुंभ-2025 के प्रभाव का अध्ययन करेगी। साथ ही कुंभ में भीड़ प्रबंधन, आतिथ्य, परिवहन, खाद्य, कुटीर उद्योग व अन्य बिंदुओं पर भी अध्ययन करेगी लेकिन टीम का फोकस सूक्ष्म उद्यमियों और सामान्य रूप से उद्यमिता पर होगा। अध्ययन में यह जानने की कोशिश
की जाएगी कि महाकुंभ इन उद्यमियों की आर्थिक स्थिति को कैसे प्रभावित कर रहा है।
अध्ययन के दौरान उन नवीन उपक्रमों को भी चिहिह्नत किया जाएगा, जो विशेष रूप से महाकुंभ-2025 के लिए शुरू किए गए हैं। यह अध्ययन उद्यमियों द्वारा अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाने में आने वाली समस्याओं व बाधाओं को भी पकड़ेगा
इससे नीति निर्माताओं को मुद्दों को समझने और नीतियों को विकसित करने में मदद मिलेगी।
यह टीम उद्यमियों पर उनके व्यावसायिक नेटवर्क, नए कौशल विकसित करने और अपने व्यवसाय के प्रबंधन में नए अनुभव प्राप्त करने के मामले में दीर्घकालिक प्रभाव की पहचान भी करेगी। यह भी देखा जाएगा कि ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उद्यमियों द्वारा किस प्रकार के नवाचारों पर काम किया जा रहा है। यह विश्लेषण भी किया जाएगा कि उद्यमियों के लिए कुंभ प्रशासन की ओर से दी गई सुविधाओं का कितना व किस तरह का प्रभाव पड़ा।
स्टार्टअप के लिए कुंभ के महत्व का भी होगा अध्ययनः प्रबंधन में पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. शेफाली नंदन ने बताया कि अध्ययन यह पहचान भी करेगा कि क्या सरकार ने मिशन स्टार्टअप इंडिया को बढ़ावा देने के लिए महाकुंभ का उपयोग किया है और क्या जिला प्रशासन इस महाकुंभ के माध्यम से एक जिला, एक उत्पाद योजना को बढ़ावा दे रहा है।
सर्वे में महाकुंभ के डिजिटल पहलू भीड़ प्रबंधन, आतिथ्य, खानपान व अन्य बिंदु भी शामिल
सर्वेक्षण छात्रों को इस मेगा इवेंट के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता और अंतर्दृष्टि विकसित करने का अवसर देगा।
डिजिटल सुविधाओं पर भी तैयार होगी रिपोर्ट छात्र महाकुंभ-2025 के डिजिटल पहलू का भी अध्ययन करेंगे।
महाकुंभ में आगंतुकों के लिए उपलब्ध कराई गई डिजिटल सुविधाओं के अध्ययन के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें डिजिटल सुविधाओं को बढ़ाने और बेहतर बनाने के लिए आयोजकों को सुझाव भी दिए जाएंगे।
अब 1296 रुपये में हेलिकॉप्टर से कर सकेंगे महाकुंभ के दर्शन
लखनऊ। महाकुंभ आने वाले देसी-विदेशी पर्यटकों व श्रद्धालुओं को 1296 रुपये में हेलिकॉप्टर से हवाई दर्शन की सुविधा मिलेगी। पूर्व में निर्धारित 3000 रुपये के शुल्क को पर्यटन विभाग ने संशोधित किया है। 1296 रुपये में सात से आठ मिनट के जॉयराइड की सुविधा मिलेगी।
पर्यटकों व श्रद्धालुओं को वाटर व स्पोर्ट्स एडवेंचर की भी मिलेगी सुविधा
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यटकों व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुल्क में बदलाव किया गया है। 13 जनवरी से इसकी ऑनलाइन बुकिंग www.upstdc.co.in से की जाएगी। केंद्र सरकार के उपक्रम पवनहंस द्वारा यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही पर्यटन और संस्कृति विभाग वाटर व एडवेंचर स्पोर्ट्स का भी रोमांचकारी अनुभव देगा। उन्होंने लेजर शो, ड्रोन शो व यूपी दिवस से संबंधित कार्यक्रम के बेहतर आयोजन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
मकर संक्रांति पर 14 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने मकर संक्रांति पर 14 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। पूर्व में जारी सार्वजनिक अवकाश की सूची में यह एच्छिक (निबंधित) अवकाश था। सामान्य प्रशासन विभाग के विशेष सचिव जुहर बिन सगीर ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है।
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