टीजीटी और पीजीटी परीक्षा के लिए मांगी गई केंद्रों की लिस्ट

शिक्षा सेवा चयन आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने सभी जिलाधिकारियों को भेजा पत्र
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने सहायक अध्यापक (टीजीटी) व प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर 20 फरवरी तक परीक्षा केंद्रों की लिस्ट व सहमति मांगी है।
इस परीक्षा के लिए भी शासन की ओर से जून-2024 में जारी गाइडलाइन के अनुसार केंद्र निर्धारित किए जाएंगे। ऐसे में स्ववित्तपोषित विद्यालयों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा। राजकीय व एडेड विद्यालय ही परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। टीजीटी-पीजीटी परीक्षा पहले चार व पांच अप्रैल और 11 व 12 अप्रैल को प्रस्तावित थी, जो अब मई व जून में होगी।
मई व जून में प्रस्तावित है परीक्षा, 4163 पदों के लिए 13.19 लाख आए हैं आवेदन
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार 14 व 15 मई को टीजीटी और 21 व 21 जून को पीजीटी के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर कुल 13.19 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। केंद्र निर्धारण की नीति में भी व्यापक बदलाव किए गए हैं। ऐसे में पर्याप्त संख्या में केंद्रों की व्यवस्था कर पाना एक बड़ी चुनौती होगी।
परीक्षा नियंत्रक ने जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में अनुरोध किया है कि नवीन निर्धारित परीक्षा तिथि के लिए परीक्षा केंद्रों की सहमति सहित सूची 20 फरवरी तक आयोग की ई-मेल upmsscball@gmail.com पर या परीक्षा नियंत्रक (नाम से) को उपलब्ध करा दें, जिससे आयोग द्वारा परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जा सके।
प्रयागराज। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा कार्य से जुड़े लोगों के लिए 'क्या करें और क्या न करें' संबंधी गाइडलाइन जारी की है। बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने सभी मंडलीय व उप शिक्षा निदेशकों को पत्र भेजकर निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है।
सेक्टर मजिस्ट्रेट को परीक्षा से पूर्व केंद्रों का निरीक्षण कर परीक्षा की सभी आवश्यक तैयारियों की समीक्षा करनी होगी।
यह भी देखना होगा कि केंद्रों में लगे सीसीटीवी कैमरे और वायस रिकॉर्डर ठीक ढंग से काम कर रहे हैं या नहीं। वहीं, संवदेनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों का सघन रूप से निरीक्षण करना होगा। परीक्षा शुरू होने व समाप्त होने पर परीक्षा केंद्र के पास असामाजिक तत्व इकट्ठा न होने पाए।
परीक्षा से पहले सेक्टर मजिस्ट्रेट करेंगे केंद्रों का निरीक्षण व समीक्षा
किसी भी दशा में बालिकाओं की तलाशी नहीं लेंगे पुरुष अध्यापक व कर्मचारी
वहीं, स्टेटिक मजिस्ट्रेट को अपनी निगरानी में परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्नपत्र का लिफाफा खुलवाना होगा। साथ ही सिटिंग प्लान व 50 फीसदी बाह्य कक्ष निरीक्षकों की उपस्थिति की जांच करनी होगी।
परीक्षा के बाद सीसीटीवी कैमरे और वायस रिकॉर्डर को सुरक्षित रखवाना होगा।
वहीं, केंद्र व्यवस्थापकों की जिम्मेदारी होगी कि तीन दिन पहले स्ट्रॉन्ग रूम स्थापित कर लिए जाए।
यह सुनिश्चित किया जाए कि सीसीटीवी कैमरे 24 घंटे क्रियाशाली रहे। यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी भी दशा में पुरुष अध्यापक या कर्मचारी बालिका परीक्षाओं की तलाशी नहीं लेंगे।
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