प्री-पीएचडी टेस्ट 23 को, नेट अभ्यर्थियों की सूची जारी हुई

पटना, मुसं। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की प्री पीएचडी नामांकन टेस्ट की प्रक्रिया शुरूकर दी गई है। अभ्यर्थियों से प्राप्त ऑनलाइन आवेदन की संख्या लगभग 7399 है। इसमें 1581 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्हें नेट, जेआरएफ, पैट आदि पहले से उतीर्ण होने के कारण प्री-पीएचडी टेस्ट से छूट मिलेगी। इन अभ्यर्थियों की सूची शुक्रवार की देर शाम तक जारी कर दी गई। विवि प्रशासन 5818 अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा आयोजित करेगी।
कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव ने बताया कि प्री पीएचडी नामांकन टेस्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन
लिए जा चुके हैं। अब 23 मार्च को होने वाली परीक्षा की तैयारी की जा रही है। बताया कि पीपीयू शोध को बढावा देने के लिए व्यापक कदम उठा रही है। इसी कड़ी में प्री पीएचडी टेस्ट 25 विषयों में 803 सीटों पर कराने की प्रक्रिया चल रही है। कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर बाहरी एजेंसी की मदद ली जा रही है।
पीएचडी ओएसडी डॉ. कुमारी सीमा ने बताया कि नेट व अन्य योग्यता के आधार पर प्री-पीएचडी छूट के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय के पास 17 मार्च तक हार्ड कॉपी भेजने होंगे। नेट या अन्य योग्यता संबंधित हार्ड कापी प्राप्त नहीं होने की स्थिति में उन्हें इस प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।
ITI अनुदेशक भर्ती का अंतिम रिजल्ट जल्द !
लखनऊ : लगभग तीन साल से चल रही ITI अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने की कवायद तेज हो गई है। 2406 पदों पर भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों की आस शासन व भर्ती आयोग के वीच वातचीत के वाद वढ़ी है। यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अंतिम कटऑफ तैयार करने में लगा है।
आयोग ने 2,406 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन जनवरी-फरवरी 2022 में लिए थे। तीन साल हो गए लेकिन अव तक भर्ती पूरी नहीं हो पाई है। प्रारंभिक पात्रता परीक्षा के आधार पर शॉर्ट लिस्ट किए गए अभ्यर्थियों
तीन साल से चल रही भर्ती अब तक नहीं पूरी, 2406 पदों पर होना है चयन की लिखित परीक्षा पिछले साल फरवरी में हुई थी। जुलाई के आखिर में लिखित परीक्षा का परिणाम जारी किया गया। शून्य या नेगेटिव मार्क पाने वाले अभ्यर्थियों को छोड़कर सवको डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के लिए भी बुला लिया गया। सितंबर में वैरिफिकेशन भी पूरा हो गया। लेकिन, अव तक अंतिम चयन का कटऑफ जारी नहीं हो सका है। प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा हरिओम ने इस वावत आयोग के अध्यक्ष एसएन सावत से मुलाकात भी की। मुलाकात के वाद हरिओम ने कहा कि चयन परिणाम में हो रही देरी पर आयोग के अधिकारियों से विस्तार से वात हुई है।
आयोग जल्द परिणाम घोषित करने की तैयारी में है।
III अनुदेशकों की भर्ती शुरू से ही प्रक्रियागत पेचों में उलझती रही है। लंवे इंतजार के वाद जनवरी, 2022 में कैविनेट ने अनुदेशकों की अर्हता से जुड़ी नई नियमावली पर मुहर लगाई तो उसके वाद विज्ञापन जारी हो सका। उसी साल जुलाई में परीक्षा होनी थी। इसी वीच क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग प्रोग्राम (CITS) प्रमाणपत्र को लेकर पेच फंस गया। भर्ती में इसे अनिवार्य किया गया था। जबकि, यूपी के 69 में 17 ट्रेड ऐसे है जिसमें CITS का प्रमाणपत्र ही जारी नहीं होता। इसके चलते जुलाई में प्रस्तावित परीक्षा टल गई।
0 Comments
नमस्कार अगर आप को जानकारी अच्छा लगे तो हमें कमेंट और फॉलो करे |