एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 14 दिन में ढाई लाख ओटीआर

प्रयागराज। बहुप्रतीक्षित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में इस बार आवेदनों की संख्या का एक नया रिकॉर्ड बन सकता है। आवेदन शुरू होने से पहले 14 दिन में ढाई लाख नए अभ्यर्थी वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) के माध्यम से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से जुड़ गए हैं। यह भी एक रिकॉर्ड है। इससे पहल इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन नहीं हुए।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का विज्ञापन सात साल बाद आया है। इससे पहले मार्च-2018 में
28 अगस्त तक स्वीकार होंगे आवेदन, 11 लाख के करीब पहुंच सकती है संख्या
10,768 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इस बार 7,466 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। इनमें पुरुष वर्ग के 4,860, महिला वर्ग के 2,525 और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के तहत 81 पद हैं।
28 जुलाई से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। भर्ती के लिए आवेदन स्वीकार करने की अंतिम तिथि 28 अगस्त है। इससे पहले आयोग ने
14 जुलाई को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का संक्षिप्त विज्ञापन जारी किया था और अभ्यर्थियों को सलाह दी थी कि ऑनलाइन आवेदन शुरू होने से पहले वन टीम रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर लें, क्योंकि बिना ओटीआर के आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।
14 जुलाई से पहले तकरीबन 21.75 लाख अभ्यर्थी ओटीआर के माध्यम से आयोग से जुड़े चुके थे और तीन माह से यह संख्या स्थिर थी। आयोग ने संक्षिप्त विज्ञापन के माध्यम से जैसे ही भर्ती शुरू करने की घोषणा की, ओटीआर की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी।
यह संख्या बढ़कर मंगलवार शाम तक 24,22,534 हो गई है। संक्षिप्त से लेकर विस्तृत विज्ञापन जारी होने के बीच 14 दिनों के दौरान तकरीबन ढाई लाख नए अभ्यर्थियों ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
अब तक समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 के लिए सर्वाधिक 10,76,004 आवेदन आए थे। आयोग के सूत्रों का कहना है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में आवेदनों की संख्या का रिकॉर्ड टूट सकता है।
मुख्य परीक्षा में भी प्रारंभिक की तरह ही ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछने की उठाई गई मांग
एलटी ग्रेड की मुख्य परीक्षा में वर्णनात्मक प्रश्नों का विरोध
प्रयागराज, मुख्य संवाददाता। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) के 7466 पदों पर भर्ती के लिए पहली बार प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की व्यवस्था लागू की गई है। मुख्य परीक्षा में सब्जेक्टिव (अभिव्यक्तिपरक या वर्णनात्मक) प्रश्न पूछने का विरोध होने लगा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि यह निर्णय प्रदेश के लाखों प्रतियोगी छात्रों के हितों के विपरीत एवं शिक्षा व चयन प्रक्रिया की वर्तमान प्रवृत्ति से भिन्न है। मुख्य परीक्षा में भी प्रारंभिक परीक्षा की तरह ही वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव) प्रश्न पूछने की मांग हो रही है।
अभ्यर्थियों का तर्क है कि स्नातक स्तर तक की पढ़ाई भी अब ऑब्जेक्टिव (मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन या एमसीक्यू) आधारित हो रही है। यहां तक कि यूजीसी नेट, सीयूईटी,
सीटीईटी जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं भी वस्तुनिष्ठ पद्धति पर आधारित हैं। ऐसे में एलटी ग्रेड जैसी प्रतियोगी परीक्षा को वर्णनात्मक बनाना न केवल समयानुसार अनुचित है, बल्कि छात्रों की वर्षों की तैयारी को प्रभावित करेगा। मुख्य परीक्षा करानी हो तो वह भी ऑब्जेक्टिव हो, जिससे परीक्षा प्रक्रिया सरल व शीघ्र संपन्न हो सके।
सब्जेक्टिव परीक्षा की स्थिति में मूल्यांकन में देरी, अपारदर्शिता और विवाद की आशंकाएं बढ़ जाती हैं। वर्णनात्मक परीक्षा से परिणामों में बहुत विलंब होगा, जिससे संपूर्ण चयन प्रक्रिया में दो-तीन वर्ष तक का समय लग सकता है। इससे हजारों युवाओं के भविष्य पर अनावश्यक प्रतीक्षा और मानसिक तनाव का बोझ पड़ेगा। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 शिक्षक भर्ती का उदाहरण सामने है, जिसमें सब्जेक्टिव मूल्यांकन पद्धति के चलते कानूनी हस्तक्षेप, विवाद, अनियमितताएं और छात्रों को नुकसान झेलना पड़ा था। ऑब्जेक्टिव पद्धति में
पारदर्शिता, समानता और निष्पक्षता सुनिश्चित होती है, क्योंकि मूल्यांकन पूर्णतः मशीन आधारित होता है और किसी प्रकार की मानवीय त्रुटि अथवा पक्षपात की संभावना नहीं रहती।
मुख्य परीक्षा वर्णनात्मक होने के नुकसान
प्रयागराज। छात्रों का तर्क है कि आयोग की पीसीएस हो या आरओ/एआरओ, इतनी बड़ी भर्ती कभी नहीं आती है। इन भर्तियों में केवल 200 से 900 तक ही पद आते हैं जिनमें मुख्य परीक्षा में अधिकतम 10-12 हजार तक अभ्यर्थी शामिल होते हैं। एलटी ग्रेड में 7466 पदों के सापेक्ष 15 गुना या एक लाख से अधिक अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। इतने बड़े स्तर पर उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अनियमिताओं की आशंका है। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग को विश्वास बनाए रखने के लिए मुख्य परीक्षा भी ऑब्जेक्टिव आधारित करानी चाहिए।
भर्ती के लिए दो सप्ताह में ढाई लाख ओटीआर
प्रयागराज। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) के 7466 पदों पर भर्ती के लिए दो सप्ताह में ढाई लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने एकल अवसरीय पंजीकरण (ओटीआर) कराया है। 15 जुलाई को संक्षिप्त विज्ञापन जारी होने के बाद से ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर एकल अवसरीय पंजीकरण (ओटीआर) की संख्या में तेजी देखने को मिल रही है। 14 जुलाई तक तकरीबन 21.70 लाख अभ्यर्थियों को ओटीआर नंबर जारी हो चुके थे। उसके बाद से अब तक ओटीआर की संख्या में ढाई लाख का इजाफा हुआ है। मंगलवार को ओटीआर की संख्या 2422534 हो चुकी थी।
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