दूसरे के कंप्यूटर में झांका तो नकल में पकड़ लेगा एआई

एसएससी की कंप्यूटर आधारित परीक्षाओं पर उन्नत तकनीक से शुरू हुई निगरानी
प्रयागराज। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने कंप्यूटर आधारित परीक्षाओं के दौरान नकल पर नियंत्रण के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। यहां तक कि कोई अभ्यर्थी अगल-बगल किसी दूसरे के कंप्यूटर में झांकता है तो आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिये उसे नकल में पकड़ लिया जाएगा।
किसी भी तरह की नकल में पकड़े जाने पर परीक्षार्थी को परीक्षा से वंचित करने के साथ उसका विवरण आयोग की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया जाएगा। अनुचित साधनों का प्रयोग करने के किसी भी प्रयास के लिए सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 (पीईए अधिनियम, 2024) के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे मामलों में उम्मीदवारी रद्द करने के साथ वर्तमान एवं भविष्य की परीक्षाओं से वंचित भी किया सकता है।
नकल पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एसएससी की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, यदि कंप्यूटर आधारित किसी भी परीक्षा के दौरान बाहर से रिमोट कंट्रोल की मदद ली जाती है तो भी उन्नत तकनीक के माध्यम से ऐसे मामलों को पता लगा लिया जाएगा।
उम्मीदवारों के लिए आयोग की
सलाह : अंत में सभी प्रश्नों को एक साथ हल करने के इरादे से उत्तरों को रफ शीट पर न लिखें। इस तरह के व्यवहार को सिस्टम द्वारा तेजी से उत्तर देने यानी फास्ट आंसरिंग के रूप में चिह्नित किया जाता है और इसे कदाचार माना जाता है। परीक्षा के दौरान अन्य अभ्यर्थियों से बात न करें और न ही उनके कंप्यूटर में झांके।
आधार बायोमेट्रिक्स को लॉक न करें क्योंकि विभिन्न चरणों में बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है।
एमटीएस के 2435 हवलदार के 122 पद बढ़े
प्रयागराज। एसएससी की ओर से प्रस्तावित मल्टी टॉस्किंग स्टाफ (एमटीएस) और सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एवं सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स में हवलदार भर्ती 2025 के तहत एमटीएस के 2435 व हवलदार के 122 पद बढ़ गए हैं। अब एमटीएस व हवलदार के 8021 पदों पर भर्ती होगी।
दरोगा भर्ती : 15 तक कर सकेंगे आवेदनपत्र में संशोधन
लखनऊ। प्रदेश पुलिस में 4543 दरोगा और समकक्ष पदों पर भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी 12 से 15 सितंबर तक आवेदनपत्र में संशोधन कर सकेंगे। अभ्यर्थियों के अनुरोध पर उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने आवेदनपत्र में संशोधन करने के लिए तीन दिन का अतिरिक्त समय दिया है। भर्ती बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक के मुताबिक विभिन्न स्तरों से प्राप्त हो रहे आग्रह को देखते हुए अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए 12 सितंबर को सुबह 6 बजे से 15 सितंबर को सुबह 6 बजे तक आवेदन पत्र में संशोधन के लिए समय दिया गया है।
अभ्यर्थी बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए लिंक apply.upprpb.in पर जाकर रजिस्टर्ड अकाउंट में लॉगिन कर उसमें दिए गए एप्लीकेशन हिस्ट्री के मॉडिफाई डिटेल्स टैब/सेक्शन में जाकर अपने विवरण में संशोधन कर सकते हैं। हालांकि अभ्यर्थी आवेदनपत्र में ओटीआर से प्राप्त किए गए (फेच्ड) विवरण तथा अपलोडेड फोटो को संशोधित नहीं कर सकेंगे। भर्ती बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक दरोगा और समकक्ष पदों पर भर्ती के लिए बृहस्पतिवार शाम तक 15 लाख से अधिक आवेदन आ चुके थे।
वहीं दूसरी ओर पुलिस के सभी पदों पर भविष्य में होने वाली सीधी भर्ती के लिए बृहस्पतिवार तक 21 लाख युवाओं ने वन टाइम रजिस्ट्रेशन कराया है।
पीईटी की उत्तर कुंजी पर 17 तक दर्ज होगी आपत्ति
लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी-2025) की उत्तर कुंजी (आंसर की) नौ सितंबर को जारी हुई थी। अब अभ्यर्थियों को यदि किसी प्रश्न या उत्तर कुंजी पर आपत्ति है, तो वे निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से 17 सितंबर तक आनलाइन आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। यह सुविधा केवल आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए लिंक से ही मिलेगी।
आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा छह और सात सितंबर को 48 जिलों में चार पालियों में हुई थी। आयोग ने सभी पालियों में हुई
परीक्षा पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए लिंक जारी किया है। अभ्यर्थी अपनी पंजीकरण संख्या, रोल नंबर, जन्मतिथि डालकर पोर्टल में लागइन कर सकते हैं। हर आपत्ति के लिए 100 रुपये आनलाइन शुल्क का भुगतान करना होगा। आपत्ति केवल एक बार और केवल आयोग की वेबसाइट पर आनलाइन दर्ज की जा सकती है। डाक, ई-मेल या किसी अन्य माध्यम से भेजी गई आपत्तियां स्वीकार नहीं होंगी। 17 सितंबर के बाद इसका लिंक बंद हो जाएगा। पीईटी के अंक के आधार पर विभिन्न सरकारी सेवाओं में समूह ग की श्रेणियों में नियुक्ति का मौका मिलेगा।
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