69197 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की होगी भर्ती

मुख्य सचिव ने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा में दिए निर्देश
बैठक में विभाग की अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने बताया कि प्रदेश में अभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के रिक्त 69197 पदों में से 2123 पहले से खाली हैं, जबकि शेष पद 306 नए बने आंगनबाड़ी केंद्रों से संबंधित हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि स्वीकृत 23697 आंगनबाड़ी केंद्रों में बन रही पोषण वाटिका, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, एलईडी स्क्रीन तथा ईसीसीई मैटेरियल जैसे कामों को जल्द पूरा करते हुए सक्षम आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करें। उन्होंने कहा कि पोषण भी, पढ़ाई भी कार्यक्रम के अंतर्गत सभी जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलता है 8000 मानदेय
बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने 8000 रुपये मानदेय मिलता है। इसमें 6000 मानदेय और 2000 इंसेटिव है। इसी तरह सहायिकाओं को भी 4000 रुपए मानदेय मिलता है, इसमें 3000 रुपए मानदेय और 1000 रुपये इंसेटिव है।
मुख्य सचिव ने रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष से संबंधित लंबित प्रकरणों का इस महीने के अंत कर निस्तारित करने को कहा। साथ ही अनावश्यक रूप से प्रकरणों को लंबित रखने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
नगर निकायों में भर्ती किए जाएंगे ट्रैफिक और पर्यावरण अभियंता
लखनऊ। प्रदेश सरकार शहरी क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था सुधारने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण संबंधी कार्यों के लिए नगर निकायों में अभियंताओं की भर्ती होगी। यातायात व्यवस्था के लिए ट्रैफिक अभियंता और पर्यावरण अभियंताओं की भर्ती की जाएगी।
वहीं, सफाई व्यवस्था को और प्रभावी तरीके से संचालित करने के लिए मुख्य स्वच्छता अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे। इसके लिए नगर विकास विभाग ने उप्र पालिका (केंद्रीयत) सेवा नियमावली 2025 जारी कर दिया है।
प्रमुख सचिव नगर विकास पी गुरु प्रसाद की ओर से जारी नियमावली के मुताबिक निकायों में इन पदों पर भर्तियां करने के लिए नए काडर की व्यवस्था की गई है। प्रमुख सचिव ने सभी नगर निकायों को अब नई नियमावली के मुताबिक ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
उप्र पालिका (केंद्रीयत) सेवा नियमावली 2025 जारी
स्वच्छता अधिकारी के साथ नगर नियोजक रखे जाएंगे
बता दें कि निकायों में अभी तक ट्रैफिक और पर्यावरण अभियंता रखने की व्यवस्था नहीं थी। नई नियमावली
में इसकी व्यवस्था कर दी गई है। उत्तर प्रदेश पालिका यातायात एवं परिवहन अभियंत्रण सेवा के तहत नगर निगमों में अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता ट्रैफिक के पदों का सृजन किया गया है। नगर निगमों व पालिका परिषदों में मुख्य स्वच्छता निरीक्षक का पद सृजित किया गया है। इनका वेतनमान 4600 ग्रेड पे होगा।
वहीं उप्र पालिका पर्यावरण सेवा के तहत नगर निगमों में अधीक्षण व अधीशासी अभियंता पर्यावरण रखे जाएंगे। इनके साथ ही वरिष्ठ नगर नियोजक और नगर पालिका परिषदों में नगर नियोजक रखे जाएंगे। गौशालाओं की देखरेख के लिए नगर निगमों में प्रधान पशु कल्याण अधिकारी और वरिष्ठ पशु कल्याण अधिकारी भी रखे जाएंगे।
टीईटी मुद्दे पर आंदोलन 25 अक्तूबर तक जारी रहेगा
पाण्डेय ने बताया कि टीईटी संबंधी वर्तमान प्रकरण प्रदेश की नहीं बल्कि पूरे देश के शिक्षकों की समस्या है। उप्र बीटीसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बयान जारी कर कहा है कि यूपी से करीब 1,86,000 तथा देश भर से कुल 10 लाख शिक्षक टीईटी मामले में प्रभावित हो रतहे हैं। इनकी नौकरी जाने का डर है। इसी को ध्यान में रखकर देश भर से 10 लाख शिक्षक 24 नवम्बर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर आन्दोलन के लिए पहुंचेंगे।
69,206 पदों पर की जाएगो भर्ती
लखनऊ: बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में 69,206 पदों पर भर्ती होने जा रही है। इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 7,952 और आंगनबाड़ी सहायिकाओं के 61,254 पद शामिल हैं। मुख्य सचिव एसपी गोयल ने विभागीय अधिकारियों को सभी जिलों में रिक्त पदों पर भर्ती के लिए समय सारिणी निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि समय सारिणी में प्रत्येक चरण के लिए समय-सीमा और तिथियां तय की जाएं, जिससे पूरे प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में एकरूपता बनी रहे। प्रक्रिया को निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं समयबद्ध तरीके से पूर्ण कराया जाए।
गुरुवार को बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण लीना जौहरी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के रिक्त पदों में 2,123 पूर्व चयन प्रक्रिया से आच्छादित पद, 306 नव सृजित आंगनबाड़ी केंद्रों से संबंधित पद और मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद में परिवर्तित हुए 5523 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद शामिल है। वहीं आंगनबाड़ी सहायिकाओं के रिक्त पदों में 38,994 सेवानिवृत्ति, मृत्यु आदि कारणों से रिक्त पद और 22,260 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुख्य केंद्रों में अपग्रेड किए जाने से नव सृजित पद सम्मिलित हैं।
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