केवीएस - एनवीएस में बंपर भर्तियां

केंद्रीय विद्यालय (केवीएस) और नवोदय विद्यालय (एनवीएस) में पीजीटी-टीजीटी समेत 12,798 पदों पर बंपर भर्तियां होने जा रही हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के माध्यम से यह भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार दोनों संस्थानों के लिए अलग-अलग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 04 दिसंबर 2025 है।
असिस्टेंट कमिश्नर, पद : 17
योग्यता : स्नातकोत्तर की डिग्री के साथ बीएड हो।
वेतन : 78,800 से 2,09,200 रुपये। आयु सीमा: अधिकतम 45 वर्ष ।
वाइस प्रिंसिपल, पद : 58
योग्यता : स्नातकोत्तर की डिग्री के साथ बीएड हो। वेतन: 56,100 से 1,77,500 रुपये।
आयु सीमा: अधिकतम 45 वर्ष से
आवेदन शुल्क 2000 रुपये। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करना होगा।
एससी/एसटी वर्ग, दिव्यांगों और भूतपूर्व सैनिकों के लिए 500 रुपये शुल्क देय है।
पोस्ट ग्रेजुएट टीचर, पद : 2996 योग्यता : संबंधित विषय में स्नातकोत्तर हो। न्यूनतम 50% अंकों के साथ बीएड किया हो।
वेतन: 47,600 से 1,51,100 रुपये। आयु सीमा : अधिकतम 40 वर्ष हो।
ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर, पद : 6215 योग्यता : संबंधित विषय में स्नातक और बीएड किया हो।
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (पेपर-2) उत्तीर्ण हो। वेतन: 44,900 से 1,42,400 रुपये। आयु सीमा: अधिकतम 35 वर्ष हो।
एनवीएस (तीसरी भाषा), पद : 443
योग्यता: क्षेत्रीय भाषा को वैकल्पिक विषय रूप में पढ़ा हो। वेतन: 44,900 से 1,42,400 रुपये। आयु सीमा: अधिकतम 35 वर्ष हो।
लाइब्रेरियन, पद : 147 योग्यता : लाइब्रेरी साइंस / लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस में स्नातक की डिग्री हो।
वेतन: 44,900 से 1,42,400 रुपये। आयु सीमा: अधिकतम 35 वर्ष हो।
प्राइमरी टीचर, पद : 3365 योग्यता: 12वीं के साथ प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा एवं केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (पेपर-1) उत्तीर्ण हो। वेतन: 35,400 से 1,12,400 रुपये। आयु सीमा: अधिकतम 30 वर्ष
चयन प्रक्रिया: टियर-1 परीक्षा, टियर-2 परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
नोटः अन्य जानाकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें।
आधिकारिक वेबसाइट https://kvsangathan.nic.in
बीटीसी शिक्षक संघ की मांग, जाड़े की छुट्टियों में हो गृह जिले में तबादला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ कई साल से अपने जिले से दूर नौकरी करने का मुद्दा उठाते हुए जाड़े की छुट्टियों में गृह जिले में तबादले की मांग करता रहा है। रविवार को संघ की प्रांतीय कोर कमेटी की लखनऊ में हुई बैठक में यह मांग की गई।
दारुलसफ़ा में हुई बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की डिजिटल उपस्थिति लगाने के लिए शिक्षकों पर की जा रही सख्ती को रोका जाए क्योंकि ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में तकनीकी समस्या आती है। ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की दिक्कत रहती है। टैबलेट खराब हैं या पुरानी तकनीक के हैं, जिनमें प्रेरणा एप सही से काम ही नहीं करता।
ऑनलाइन अटेंडेंस में तकनीकी बाधा, न बरती जाए सख्ती
प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि सभी जिलों के पदाधिकारी 24 को जंतर मंतर पर होने वाले प्रदर्शन में जाने वाले शिक्षकों का जिला व ब्लाकवार विवरण उपलब्ध कराएं। टीईटी के विरोध में होने वाले संयुक्त विरोध प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा शिक्षक शामिल हों।
महामंत्री संदीप दत्त ने मांग की है कि शिक्षामित्रों की मूल समस्याओं पर विभाग ध्यान दे। सरकार शिक्षामित्रों को नई नियमावली बनाकर स्थायी करे। बैठक में धर्मेंद्र यादव, राजेश मिश्रा, शिवम सिंह, विनय कुमार, राकेश तिवारी आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।
प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों को जल्द मिलेगी प्रोन्नत
लखनऊ। एडेड माध्यमिक स्कूलों के प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी के शिक्षकों को जल्द प्रोन्नति का लाभ मिलने वाला है। सरकार ने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से ऐसे शिक्षकों की सूची समेत उन्हें प्रोन्नत करने का प्रस्ताव मांगा है।
दरअसल, अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत स्नातक श्रेणी के कला, व्यायाम, भाषा, शिल्प तथा संगीत आदि विषयों के अध्यापकों की एक दशक से भी अधिक समय से पदोन्नति लंबित है। संबंधित संवर्ग के शिक्षक लगातार शासन से प्रोन्नति की मांग कर रहे हैं। शिक्षक नेताओं की ओर से यह मुद्दा विधान परिषद में भी कई बार उठाया जा चुका है। अब शासन स्तर पर ऐसे शिक्षकों की प्रोन्नति की सहमति बनी है। बताया जाता है कि शासन अगले माह के अन्त तक इस प्रकरण को
निस्तारित करने का मन बना चुका है। 10 साल की सेवा पर प्रोन्नति के हैं नियमः अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्ति के 10 साल पूरे होने पर टीजीटी शासन ने शिक्षकों की सदादाने शिक्षकों स्नातक श्रेणी के कला, व्यायाम, भाषा, शिल्प तथा संगीत आदि विषयों के अध्यापकों की लगातार मांग के बाद शासन ने प्रदेश भर के ऐसे करीब 7400 शिक्षकों को पदोन्नत करने का निर्णय किया है।
इसी संदर्भ में शासन ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को विभागीय पत्र भेजकर स्नातक श्रेणी के ऐसे शिक्षक जिनकी पदोन्नति होनी है की संख्या समेत पूरी सूची अतिशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षकों को प्रवक्ता पद पर प्रोन्नति के नियम है। इसके बाद के 10 वर्षों के पश्चात अर्थात 20 वर्ष की नौकरी पूरी होने पर चयनमान वेतन दिए जाने का प्रावधान है। इसके दो साल बाद यानि पहली पदोन्नति के 12 साल बाद प्रोन्नत वेतनमान दिए जाने की व्यवस्था है।
सामान्य विषयों के शिक्षकों को इस नियम का लाभ मिलता रहा है लेकिन स्नातक श्रेणी के कला, व्यायाम, भाषा, शिल्प तथा संगीत आदि विषयों के अध्यापकों का प्रोन्नत 2015 में यह कहकर रोक दिया या था कि इस संबंध में जारी शासनादेश में इसका कोई प्रावधान नहीं है।
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